एनीमिया (Anemia)
रक्त में लाल कणों (Haemoglobin) का कम होना रक्तहीनता कहलाता है।
लक्षण :- शरीर में रक्त कम हो जाना, कमजोरी, कमजोर याददास्त आलस्य, थकान, साँस का छोटा हो जाना, सिर चकराना, उदासी, नाखून का रंग सफेद हो जाना तथा चेहरे की कान्ति नष्ट हो जाना। कारण :- लोह तत्व, प्रोटीन एवं विटामिन की कमी या किसी अन्य
विकार की वजह से लाल रक्तकण का न बनना। किसी चोट, बवासीर, मासिक धर्म इत्यादि की वजह से अधिक खून का निकल जाना। पेट में कृमियों की वजह से भी रक्तहीनता हो जाती है। मानसिक तनाव एवं चिन्ता जो पाचन रसों को प्रभावित करते हैं, जिनकी वजह से आवश्यक तत्वों और विटामिन का आत्मसात नहीं हो पाता।
उपचार :- पालक का रस शहद मिलाकर, अनार का रस, गाजर का रस, चुकंदर, पत्तागोभी का रस एवं अंगूर, संतरा, मौसमी, अमरूद, केला, टमाटर, सेब का रस लें। पालक, पोदीना एवं हरी पत्तेदार सब्जियाँ लें। अंजीर बहुत ही उपयोगी है।
सूर्य तप्त बैंगनी रंग का पानी पीयें।
खजूर, मुनक्का, हल्दी एवं मेथी बहुत लाभकारी है। गेहूँ के जवारे का रस लें। नीम की दो-तीन पत्तियाँ रोज खायें।
कुंजल, एनीमा, पेट का गर्म ठंडा सेक, सूखा घर्षण एवं लंबी गहरी साँस लें तथा प्राणायाम, धूप स्नान, सूर्य नमस्कार, ज्ञानमुद्रा एवं प्राणमुद्रा करें। योगमुद्रासन, सर्वांगासन, पश्चिमोत्तानासन, उत्तानपादासन, शवासन, ध्यान
व योगनिद्रा का अभ्यास करें।
प्रतिदिन वैज्ञानिक मालिश करायें।