कनफेड़ (Mumps)
यह एक संक्रामक रोग है जो अधिकतर लार ग्रन्थियों (Salivary Glands) एवं जनन ग्रन्थियों (Gonads) में होता है। यह अधिकतर पन्द्रह वर्ष तक की उम्र तक ही होता है। यह रोग जीवन में एक बार होकर दोबारा बहुत ही कम होता है।
लक्षण :- पहले एक कान के सामने तथा नीचे गर्दन और जबड़े तक सूजन और दर्द होता है तथा बुखार भी हो जाता है। फिर यह दूसरी तरफ भी हो जाता है। चबाना या निगलना मुश्किल हो जाता है। यदि यह रोग बड़ों को हो जाये तो ज्यादा परेशान करता है। महिलाओं में अंडाशय (Ovary) व पुरुषों में अंडकोष (Testicles) पर भी सूजन बढ़ जाती है। यह कई मरीजों की प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित कर सकता है।
कारण :- यह एक संक्रामक रोग है जो भोजन की गलतियों के कारण इकट्ठे हुए विजातीय द्रव्यों की वजह से प्रभावित करता है।
उपचार :- जब तक बुखार न उतर जाये, पूर्ण विश्राम करें। कुछ दिन फल एवं सब्जियों का रस लें। उसके बाद फल एवं सलाद इत्यादि लें। नमक के पानी के गरारे, गर्म पानी का एनिमा, गर्म ठंडा सेंक।
घरेलू उपचार :-
हरड़ को घिसकर सूजन पर लगा दें।
पीपल के पत्तों पर घी चुपड़कर गर्म करके सूजन पर बांध दें, आराम मिलेगा।
अदरक को पीसकर सूजन पर लगायें।
नीम के पत्ते पीसकर हल्दी मिलाकर सूजन पर लगाएँ।
मिट्टी का लेप प्रभावित अंगों पर करें।